कर्ज के बिना नहीं चल रहा काम, पाक ने फिर उठाया भीख का कटोरा; IMF के बाद अब सऊदी के सामने रगड़ी नाक…

कर्ज के बिना नहीं चल रहा काम, पाक ने फिर उठाया भीख का कटोरा; IMF के बाद अब सऊदी के सामने रगड़ी नाक…

पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान कर्ज से गले तक तर है। यह बात हर किसी को मालूम है कि पाकिस्तान अपने देश का गुजारा चलाने के लिए कभी आईएमएफ की शरण में जाता है तो कभी चीन तो कभी सऊदी अरब के।

हर कदम-कदम पर कर्ज मांगना पाकिस्तान की फितरत में शुमार हो गया है। अब एक बार फिर पाकिस्तान अपने देश की कुछ बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए फिर से सऊदी अरब की शरण में पहुंच गया है।

अरब न्यूज की मानें तो खैबर पख्तूनख्वा की प्रांतीय कैबिनेट ने मलकंद डिवीजन में बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण के लिए सऊदी फंड फॉर डेवलपमेंट (एसएफडी) से 30 मिलियन डॉलर उधार लेने का फैसला किया है। 

पहले भी मिल चुकी है सऊदी से पाकिस्तान को मदद
पाकिस्तान का स्वात इलाका हाल के वर्षों में उग्रवाद और संघर्ष के साथ-साथ बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं के विनाशकारी प्रभावों के कारण तबाह हो चला है।

जिससे यहां के बुनियादी ढांचे और अर्थव्यवस्था को काफी क्षति पहुंची है, साथ ही साथ यहां के निवासियों की रोजाना की जिंदगी भी प्रभावित हुई है। ऐसे में पाकिस्तान इसे वापस से दुरुस्त करना चाहता है।

बता दें पहले भी एसएफडी ने पाकिस्तान को वित्तीय सहायता प्रदान की है और देश के विभिन्न हिस्सों में विकास परियोजनाओं को वित्त पोषित किया है।

बारिश से बेहाल है खैबर पख्तूनख्वा
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बीते 24 घंटे के दौरान मूसलाधार बारिश और ओलावृष्टि के कारण कुछ घर गिरने से पांच बच्चों समेत 10 लोगों की मौत हो गई।

शनिवार को लगातार दूसरे दिन खैबर पख्तूनख्वा के बड़े हिस्से में भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई। कबायली जिले बजौर में बारिश के कारण एक घर ढह जाने से तीन बच्चों समेत पांच लोग मलबे में दफन हो गए।

प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) ने कहा कि शांगला जिले में मूसलाधार बारिश के कारण कमरे की छत गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई।

बारिश ने खैबर कबायली जिले, पेशावर, नौशेरा और चारसद्दा जिलों में भी फसलों को नुकसान पहुंचाया है। जिला प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत उपाय शुरू किए।

अधिकारियों ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में, पूरे पाकिस्तान में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 37 लोग मारे गए थे।

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